।। चामुंडा देवी मंदिर का इतिहास ।।

चामुंडा देवी मंदिर के इतिहास की बात करें तो इस मंदिर के इतिहास को लेकर भी एक कहानी बताई जाती है। 400 साल पहले राजा और पुजारी ने जब मंदिर का स्थान एक सही जगह पर परिवर्तित करने की अनुमति मांगी थी, तो देवी ने पुजारी को सपने में दर्शन दिए और उन्होंने मंदिर को स्थानांतरित करने की अनुमति देते हुए एक निश्चित स्थान पर खुदाई करने का आदेश दिया। जब उस जगह पर खुदाई की गई तो वहां पर एक चामुंडा देवी की मूर्ति पाई गई जिसके बाद चामुंडा देवी की मूर्ति को उसी जगह पर स्थापित किया गया और उसकी पूजा की जाने लगी।
जब राजा ने मूर्ति को बाहर लाने के लिए अपने लोगों को कहा तो लाख कोशिश के बाद भी वह उस मूर्ति को हिलाने में सक्षम ना हो पाए। इसके बाद एक बार देवी ने पुजारी को सपने में दर्शन दिए और उन्होंने कहा वह सभी लोगों मूर्ति को साधारण समझकर उठाने की कोशिश कर रहे हैं। देवी ने पुजारी से कहा कि वह सुबह नहाकर पवित्र कपड़े पहन कर सम्मानजनक तरीके से मूर्ति को बाहर लाएं।
जो काम सारे लोग मिलकर नहीं कर पाए वह अकेला आदमी आसानी से कर सकेगा। जब पुजारी ने यह बात सभी लोगों को बताया कि यह देवी मां की शक्ति थी कि वह मूर्ति को हिला तक नहीं पा रहे थे। तब वह पुजारी ने उस मूर्ति की स्थापना की थी। जिसे आज चामुंडा देवी के नाम से जाना जाता है। दूर-दूर से यहां श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आते हैं और मां दर पर आए सभी भक्तों की मुरादों को पूरा करती है।
चामुंडा देवी मंदिर के पास घूमने की 5 खास जगह-Chamunda Devi mandir ke pass ke paryatan Sthal in Hindi:

चामुंडा देवी मंदिर अपनी खूबसूरती, अपने इतिहास, और कहानी की वजह से जाना चाहता है। आप यहां चामुंडा देवी मंदिर देखने के साथ-साथ कई दूसरे पर्यटक और धार्मिक स्थलों की सैर भी कर सकते हैं। यहां हम आपको चामुंडा देवी मंदिर के पास के पांच प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं यहां आपको जरूर जाना चाहिए।
- चामुंडा देवी मंदिर के पास का प्रमुख मंदिर बृजेश्वरी मंदिर-Vajreshwari temple Chamunda Devi Mandir ke pass ka Pramukh Mandir in Hindi:

बृजेश्वरी मंदिर चंबा में जनसाली बाजार के अंत में स्थित है जो चामुंडा देवी मंदिर के पास का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। आपको बता दें कि देवी बृजेश्वरी को बिजली की देवी के रूप में भी जाना जाता है। देवी बृजेश्वरी का यह मंदिर लगभग 1000 साल पुराना बताया जाता है, और इन्हें देवी पार्वती का रूप भी बताया जाता है। इस मंदिर के अंदर कई हिंदू देवी देवताओं और मूर्तियों की नक्काशी है, और इसकी बाहरी दीवारों पर 18 छोटे शिलालेख हैं। अगर आप चामुंडा देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए जाते हैं तो चंबा में स्थित इस मंदिर के दर्शन करने जरूर जाना।
- चामुंडा देवी मंदिर के पास की अच्छी जगह मणिमहेश झील चंबा-Manimahesh Lake Chamunda Devi Mandir ke Pass Ghumne ki Acchi Jagah In Hindi:
मणिमहेश झील हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित एक बेहद आकर्षक झील है जिसको डल झील भी कहा जाता है। यह जिला 4,080 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मणिमहेश का अर्थ है “शिव के आभूषण”। यह झील पर्यटकों के साथ ट्रैकिंग प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है क्योंकि इसकी यात्रा में 13 किलोमीटर की पैदल दूरी भी शामिल है। इस झील के आसपास के मनमोहक पहाड़ और हरियाली देखने के बाद हर कोई अपने आप को बहुत हल्का महसूस करता है। मणिमहेश के दर्शन के लिए बहुत दूर-दूर से आते हैं।
- चामुंडा देवी मंदिर के घूमने की जगह चौगान-Chaugan Chamunda Devi ke Pass Ghumne ki khas Jagah in Hindi:
जो भी लोग हस्तशिल्प में दिलचस्पी रखते हैं उनके लिए चंबा में चौगान एक बहुत अच्छी जगह है। इस जगह पर आपको कई प्रकार के पत्थर और धातु की कलाकृति देखने को मिलेगी।
- चामुंडा देवी मंदिर के पास का प्रमुख दर्शनीय स्थल लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा-Lakshmi Narayan temple Chamba Chamunda Devi Mandir ke pass ka darshniya Sthal in Hindi:

अगर आप चंबा के प्रमुख मंदिर चामुंडा देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं तो यहां स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के लिए भी आपको जरूर जाना चाहिए। लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा सबसे पुराना और बड़ा मंदिर है जो एक शिखर के आकार में बना हुआ है। इस मंदिर में भगवान विष्णु और शिव की सबसे तेजस्वी मूर्ति में से 6 मूर्तियां विराजमान है। केंद्र में स्थित भगवान विष्णु की मूर्ति को संगमरमर से उकेरा और निहारा गया है।
- चामुंडा देवी मंदिर के पास घूमने की खास जगह डलहौजी-Dalhousie Chamunda Devi Mandir ke pass ghumne ki acchi jagah ine Hindi:
डलहौजी हिमाचल प्रदेश का छोटा और सबसे सुंदर शहर है। जो यहां आने वाले पर्यटकों के लिए बेहद खास है। यह स्थान अपने प्राकृतिक नजारों, घाटियों, फूलों, घास के मैदान, और तेजी से बहने वाली नदियों, से यहां आने वाले यात्रियों का दिल जीत लेता है। डलहौजी हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा घूमने वाली जगह में से एक है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और प्राचीन आकर्षण से हर किसी को मोहित कर लेता है। शादीशुदा जोड़ों के लिए सबसे अच्छी घूमने वाली जगह डलहौजी है।
चामुंडा देवी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय-Best Time to visit Chamunda Devi temple in Hindi:

अगर आप चामुंडा देवी के दर्शन करने के लिए जाने का सोच रहे हैं तो यहां जाने का सबसे अच्छा समय मार्च और अप्रैल के महीने का होता है। यह नवरात्रि का समय होता है जिसकी वजह से मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है। इन महीनों में मौसम बहुत ही अच्छा होता है और ठंड भी बहुत ज्यादा नहीं पड़ती। चामुंडा देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश में स्थित चंबा में स्थित है, यहां पर मुख्य रूप से उत्तर भारतीय व्यंजन ज्यादा लोकप्रिय है। आप यहां पर कुछ स्थानी हिमाचल के व्यंजनों का स्वाद भी चख सकते हैं।
- चामुंडा देवी मंदिर कैसे पहुंचे-How To Reach Chamunda Devi Temple In Hindi:

चामुंडा देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश का एक बहुत ही लोकप्रिय मंदिर है। जिसकी यात्रा आप पहाड़ी सौंदर्य का मजा लेते हुए कर सकते हैं। यहां की हरियाली, आकर्षक झरने, पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करते हैं। आप इस मंदिर की यात्रा के लिए जाना चाहते हैं, तो आप यहां सड़क मार्ग, वायु मार्ग, और रेल मार्ग, की सहायता से भी जा सकते हैं।
- हवाई जहाज से चामुंडा देवी मंदिर कैसे पहुंचे-How To Reach Chamunda Devi Temple By Air In Hindi:

अगर आप चामुंडा देवी मंदिर के लिए हवाई जहाज की यात्रा करना चाहते हैं तो बता दें कि इस मंदिर के सबसे पास का हवाई अड्डा गगल में है जो यहां से करीब 28 किलोमीटर दूर है। गगल एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आप इसके बाहर से बस से यहां कार की मदद से चामुंडा देवी मंदिर जा सकते हैं।
- सड़क मार्ग से चामुंडा देवी मंदिर कैसे पहुंचे-How To Reach Chamunda Devi Temple By Road in Hindi:
जो यात्री सड़क मार्ग से चामुंडा देवी मंदिर जाना चाहता है वह यहां चलने वाली हिमाचल प्रदेश टूरिज्म विभाग की बसों का लाभ उठा सकता है। राज्य में चलने वाली बसें मंदिर से आपको कुछ ही दूरी पर उतार देंगे। चामुंडा देवी मंदिर धर्मशाला से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से आप अपने निजी बाहन, कैब या टैक्सी की मदद से भी मंदिर जा सकते हैं।
- रेलगाड़ी से चामुंडा देवी मंदिर कैसे पहुंची-How To Reach Chamunda Devi Temple By Train in Hindi:

चामुंडा देवी मंदिर का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है। जो भारत के प्रमुख शहरों से रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। पठानकोट से हिमाचल प्रदेश के लिए चलने वाली छोटी रेलगाड़ी से आप सुंदर पहाड़ियों और आकर्षक रास्तों का लुफ्त उठाते हुए मराण्डा तक पहुंच सकते हैं। जोकि पालमपुर के बहुत पास स्थित है। मराण्डा से चामुंडा देवी मंदिर की दूरी 30 किलोमीटर की है।
हमने ये जानकारी इतिहासिक किताबों और कई इतिहासिक ग्रन्थों से ली है कोई भी त्रुटि हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हैं अधिक जानकारी और सुझाव के लिए contactus@vaishnomata.in पर संपर्क करें।